चारधाम सड़क परियोजना मे लगी निर्माण संस्था नियमो को ताक पर रखकर उड़ा रही धज्जियां,, प्रशासन के सामने डंपिंग जोड़ के बजाय नदी मे खुलेआम डाल रही मलवा
सत्यपाल नेगी रुद्रप्रयाग उत्तराखण्ड
गंगा स्वच्छता व पर्यावरण को दूषित होने से बचाने के लिए सरकारे लाख दावे करती है,यहॉ तक कि एन जी टी ऐसे मानक लागू किये गये,,,,मगर सब कुछ कागजो तक ही दिख रहा।
हम बात कर रहे है चारधाम सड़क परि- योजना की,,,, रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय के ठीक सामने बद्रीनाथ राष्ट्रीय राज मार्ग पर किस तरह से खुले आम कटींग का मलवा ड़म्पिग जोन मे ना डालकर ,,सीधे अलकनन्दा नदी मे डाला जा रहा है,, ओर नदी को मौला करके,साथ ही धूल से पर्यावण के नियमो की धज्जिया उड़ाई जा रही है। आर सी सी/ आर जी बी कम्पनिया इस कार्य को कर रही है।
आज कोरोना महामारी से जहाँ पूरा देश पीड़ित है ओर स्वच्छता की बात चल रही है,बार बार साबुन सैनिटाइजर से हाथ साफ करने,,,पानी को शुद्ध साफ पीने की बाते हो रही है तो बड़ा सवाल एन जी टी व जिला प्रशासन पर भी खड़ा होता है कि क्यो ये निमार्ण संस्थाए खुले आम मनमानी कर रही है,,,क्यो ड़म्पिग जोनों का स्तेमाल नही किया जा रहा है।
बद्रीनाथ मार्ग व केदारनाथ मार्ग पर सड़क के किनारे पैदल यात्रीयो के लिए फुटपात भी नही बनाये जा रहे है,,जबकि इस चारधाम सड़क परियोजना मे फुटपात का भी निर्माण होना था।
जिस प्रकार खुलेआम मिट्टी/धूल नदी मे डालकर पर्यावण को भी दूषित किया जा रहा है वही स्थानीय लोग परेशान है कि सारा धूल उनके घरो,छतो व आम लोग के जीवन पर भी असर डाल रहा है।
अब देखना होगा कि प्रशासन क्या एक्शन लेता है ।