रिखणीखाल-कंडलसेरा- द्वारी- क्वीराली सड़क मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त,लोग सफर करने को मजबूर।
रिपोर्ट प्रभुपाल सिंह रावत
रिखणीखाल प्रखंड के अन्तर्गत कंडलसेरा- द्वारी- क्वीराली सड़क मार्ग प्रान्तीय खंड लोक निर्माण विभाग लैंसडौन की उदासीनता व अनदेखी के कारण बुरे दिन झेल रहा है।सड़क पर कदम कदम पर गहरे जख्म व कीचड़ दिखाई दे रहा है।सड़क के दोनों ओर कंटीली झाड़ियां सड़क की चौड़ाई को प्रभावित कर रही हैं।इन कंटीली झाडियो से लोग चोटिल व खरोंच लग रहे हैं।सवारियों का सिर वाहन के उछल कूद से वाहन के छत से टकरा रहा है।वृद्ध महिलाओं व गर्भवती महिलाओं को तो ज्यादा दिक्कत है।
ये वाक्या 16/01/2023 के सायंकाल का है,जिसमें एक वाहन ऐसा दिखाई दिया जिसमें सवारियां ठसाठस भरी थी।पांच छः लोग वाहन के छत पर भी सफर करते देखे गये।सात सीटर वाला वाहन 15-20 सवारियां ढो रहा था।चैकिंग के नाम पर इस इलाके में कुछ भी नहीं है।सवारी वाहनों की अनुपलब्धता के कारण लोग मजबूरन छत पर सफर करते हैं।सड़क की हालत किसी से छिपी नहीं है,कभी भी कोई अनहोनी होने की सम्भावना बनी है।ये सड़क पूर्व में पी एम जी एस वाई के अधीन थी अब लोक निर्माण विभाग के पास है।इसका डामरीकरण लगभग आठ दस वर्षों से नहीं हुआ।
क्या लोक निर्माण विभाग लैंसडौन इस सड़क पर अपनी नजर फेरेगा या नहीं।या बजट का रोना रोते रहेगा।कुछ दिन शासन से गढ्ढा मुक्त का आदेश हुआ था,लेकिन रिखणीखाल में तो सब सडकें गढ्ढा युक्त हैं।क्योंकि यहाँ तो रामराज्य है।न कोई देखने वाला,न सुनने वाला न करने वाला।अब जायें तो कहाँ जायें?