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भरत की जन्म स्थली कण्वाश्रम को पर्यटन नगरी के रूप में किया जाएगा विकसित..…डीएम और विधानसभा अध्यक्ष ने किया निरीक्षण

रिपोर्ट नितेन्‍द्र कैंथोला कोटद्वार

भरत की जन्म स्थली कण्वाश्रम को पर्यटन नगरी के रूप में किया जाएगा विकसित..…डीएम और विधानसभा अध्यक्ष ने किया निरीक्षण….नदियों के समतलीकरण के लिए जल्द ही रिवर चैनलाइज का कार्य होगा सुरू

कोटद्वार। विधानसभा अध्यक्षा ऋतु भूषण खंडूडी व जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान ने आज कोटद्वार विधानसभा के अंतर्गत आज विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया। संयुक्त निरीक्षण के दौरान विधान सभा अध्यक्ष व जिलाधिकारी ने कण्वाश्रम, गढ़वाल मंडल विकास निगम, गाड़ी घाट स्थित कूड़ा डंपिंग जोन, खोह नदी, हेलीपैड, मालन नदी सुखरो पुल, कौड़िया चैक पोस्ट, सिडकुल क्षेत्र आदि का स्थलीय निरीक्षण किया।

गुरुवार को कण्वाश्रम के निरीक्षण के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि भरत की जन्म स्थली को पर्यटन नगरी के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जहां वन भूमि की समस्या आ रही है, उसका प्रस्ताव बनाकर शासन में रखा जाएगा, जिससे शासन स्तर पर उसका निस्तारण होते ही जल्द कार्य प्रारंभ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, कण्वाश्रम को भव्य बनाया जाएगा जिससे दूर-दूर से पर्यटक यहां पहुंचेंगे। इसके पश्चात गाड़ीघाट स्थित डंपिंग जोन के निरीक्षण में विधानसभा अध्यक्ष ने नगर निगम से संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया कि डंपिंग जोन जल्द बेहतर तरीके से बनाया जाए साथ ही ध्यान रखें कि कूड़ा इधर-उधर बिखरा ना रहे। हेलीपैड के निरीक्षण के दौरान उन्होंने व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करने के निर्देश दिए।

सुखरौ पुल और मालन नदी के निरीक्षण के दौरान भू कटाव की समस्या को देखते हुए उन्होंने सिंचाई विभाग से संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया कि इसका जल्द ही ट्रीटमेंट कर लिया जाए जिससे वह भू कटाव की समस्या उत्पन्न ना हो। इसके पश्चात उन्होंने कौड़िया चैक पोस्ट स्थित गेट का अवलोकन किया, उन्होंने निर्देशित किया कि गेट का सौंदर्यीकरण किया जाएगा तथा इसे भव्य रूप दिया जाएगा, उन्होंने जिलाधिकारी को चैक पोस्ट के निकट राजा भरत की मूर्ति लगाने के निर्देश दिए। तत्पश्चात उन्होंने सिडकुल क्षेत्र का निरीक्षण किया, उन्होंने निर्देशित किया कि सिडकुल में स्थानीय लोगों को रोजगार में प्राथमिकता जी दी जाए। कहा कि सिडकुल औद्योगिक क्षेत्र में स्थित खाली भवन को उपयोग में लाने के लिए भवन में स्थानीय लोगों के लिए प्रशिक्षण केंद्र बनाया जाए। इसके पश्चात तहसील के निकट निरीक्षण के दौरान उन्होंने निर्देशित किया कि वकीलों के लिए बन रहे चैंबर को बेहतर ढंग से बनाया जाए साथ ही निचले तल पर पार्किंग की व्यवस्था की जाए।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि विधानसभा अध्यक्ष के निर्देशों का पालन करना सुनिश्चित करें साथ ही जिन कार्यों पर डीपीआर तैयार की जानी है, डीपीआर तैयार कर प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें। निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी अपूर्वा पांडे, उपजिलाधिकारी प्रमोद कुमार, तहसीलदार विकास अवस्थी सहित संबंधित अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।

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