मंदिर में पहुंचे श्रद्धालुओं ने किए भगवान रुद्रनाथ के मुख्य दर्शन ।पर्यावरण प्रेमी कमलेश पुरोहित बने हिमालय बचाओ अभियान के साथ
रिपोर्ट कमलेश पुरोहित
गोपेश्वर चतुर्थ केदार रुद्रनाथ मंदिर के कपाट आज वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ ब्रह्मा मुहूर्त में 5:00 बजे खोल दिए गए हैं इस दौरान मंदिर में पहुंचे करीब 400 श्रद्धालुओं ने भगवान रुद्रनाथ के दर्शन कर पूजा-अर्चना की सुबह 9:00 बजे भगवान रुद्रनाथ की अभिषेक पूजा शुरु हुई बुधवार को दोपहर बाद भगवान रुद्रनाथ की उत्सव डोली रुद्रनाथ पहुंची भक्तों की और से रुद्रनाथ मंदिर को चारों ओर से गेंदे के फूलों से सजाया गया है भक्तों के जयकारे से रुद्रनाथ क्षेत्र गुंजायमान हो उठा चतुर्थ केदार रुद्रनाथ तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को 24 किलोमीटर की कठिन पैदल दूरी तय करनी पड़ती है पुजारी हरीश भट्ट ने रुद्रनाथ भगवान का जलाभिषेक किया
तत्पश्चात कमलेश पुरोहित व अन्य सहयोगी द्वारा हिमालय बचाओ अभियान के तहत स्वस्थ और पर्यावरण के जागरूकता के लिए स्वच्छता अभियान का प्रोग्राम की जानकारी दी गई हिमालय बचाओ अभियान के तहत और हिमालई क्षेत्रों में बुग्याल क्षेत्र के अंतर्गत साफ-सुथरा व पर्यावरण के प्रति सतर्कता के लिए संदेश दिया गया और लगातार कमलेश पुरोहित द्वारा समय-समय पर हिमालई क्षेत्रों में स्वच्छता पर्यावरण जागरूकता के संबंध में श्रद्धालुओं और लोगों को जागरुक किया जाता है प्रोग्राम प्लास्टिक प्रतिबंध के लिए जागरूक किया जाता है इस मुख्य भूमिका में आचार्य वेद प्रकाश भट्ट बताते हैं कि स्वच्छता ही पर्यावरण क्या जीवन है और हिमालय हमारे अमूल्य धरोहर है इसकी संरक्षण करना हमारा कर्तव्य है कमलेश पुरोहित द्वारा लगातार चमोली जनपद के हिमालई क्षेत्रों में स्वच्छता प्रोग्राम चलाया जाता है नमामि गंगे के लिए भी उनको कार्य किया जाता है और सामाजिक तौर पर बनाने के लिए भी उनको द्वारा सामाजिक जागरूकता दी जाती हैं आचार्य कमलेश पुरोहित
मुख्य डिस्क्रिप्शन आचार्य कमलेश पुरोहित द्वारा चलाया जाता है स्वच्छता प्रोग्राम वह हिमालय बचाओ अभियान के तहत जागरूकता दी गई हिमालय क्षेत्र में पर्यावरण नुकसान ना हो इसके लिए किया गया सफाई अभियान प्लास्टिक पनिया और प्लास्टिक बोतल की की पूर्ण प्रतिबंध की मांग