उत्तराखंड के स्कूल-कॉलेज के बच्चों को नशे का आदि बना रहे थे नशे के सौदागर
उत्तराखंड में स्कूल-कॉलेज के बच्चों को नशे का आदि बना रहे नशे के सौदागरों को पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने धरदबोचा है। इन नशे के सौदारगरों का जाल रूदरपुर,बरेली और हल्द्वानी तक फैला था। इस का खुलासा तब हुआ जब इस गिरोह के कुछ सदस्य हलद्वानी में एक स्कूल से नशीली दवाइयों व इंजेक्शन के डिब्बे लेकर स्कूटर से आ रहे तब इन नशे के सौदागर को पुलिस और एसओजी की टीम ने देवलचौड़ से गिरफ्तार किया। आरोपित के कब्जे से नशे के लिए प्रयोग होने वाली 24,500 से अधिक गोलियां व 3200 इंजेक्शन बरामद हुए हैं।
पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज कर आरोपित को जेल भेज दिया है।
एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव ने बताया कि यह बहुत ही दुखद और खतरना स्थिति हैं कि ये नशे के सौदारग चुप-चाप स्कूल-कॉलेज के बच्चों को अपना शिकार बना रहे है। इस बात का इनपुट हमें कई दिनों से मिल रहा है। इसके बाद हमने एक टीम गठित की और हर थाना व चौकी स्तर पर अभियान चलाया। एसओजी को भी टास्क सौंपकर नशीले पदार्थ बेचने वालों की तुरंत गिरफ्तारी के आदेश दिए गए।
एसपी सिटी ने बताया कि हमारे पास पूरा इनपुट था कि रामपुर रोड पर देवलचौड़ क्षेत्र में रहने वाला चेतन मदान नशीली दवाइयों व इंजेक्शन की थोक में बिक्री करता है। जिसके बाद पुलिस ने पुख्ता जानकारी जुटाई और चेतन मदान को रंगे हाथों पकडऩे के लिए जाल बिछाया गया और जैसे ही हमें सूचना मिली की चेतन के रुद्रपुर से स्कूटर में नशीली गोलियां व इंजेक्शन लेकर आ रहा हैं,तो एसओजी प्रभारी दिनेश पंत व टीपी नगर चौकी प्रभारी सुशील कुमार के नेतृत्व में गठित टीम ने देर रात चेतन को दबोच लिया। स्कूटर में कट्टों में लदी भारी मात्रा में नशीली दवाइयां व इंजेक्शन मिलने पर उसके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है। पूछताछ में चेतन ने बताया कि वह हल्द्वानी शहर के प्रतिष्ठित स्कूल-कॉलेज, इंस्टीट्यूट व कोचिंग सेंटरों के छात्रों के अलावा भीमताल व द्वाराहाट के प्रमुख शिक्षण संस्थानों के छात्रों को भी एजेंटों के माध्यम से नशीली दवाइयां बेचता है,और अभी तक लाखों रूपये की नशीली दवाइयां वह सफलाई कर चुका है।