कल्जीखाल- सप्ताह में चिंवाड़ी डांडा पंपिंग योजना का स्वच्छ जल नियमित आपूर्ति नहीं हुआ तो होगा उग्र आंदोलन।
रिपोर्ट जगमोहन डांगी
सहायक अभियंता जल संस्थान को दिया एंटीमेंटल
प्रमुख राणा दंपती भी पहुंची बैठक में जनता के बीच
पूर्व प्रमुख सुरेंद्र सिंह नेगी ने ग्रामीणों की मौजूदगी में सौंपा ज्ञापन
विकास खंड कल्जीखाल पट्टी मनियारस्यूं स्थित नयार नदी पर बनी 70 गांवों के लिए चिंवाड़ी डांडा पंपिंग योजना नियमित आपूर्ति न होने और पानी की स्वच्छता न होने को लेकर
वीरवर बनेख पांचली बारात घर में आज पूर्व प्रमुख सुरेंद्र सिंह नेगी की अध्यक्षता में पेयजल आपूर्ति को लेकर बैठक आयोजित की गई
जिसमें भारी संख्या में महिलाओं एवं जनप्रतिनिधियों ने भाग किया बैठक में ब्लॉक प्रमुख प्रशासक श्रीमती बीना राणा प्रमुख प्रशासक संगठन उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र सिंह राणा ग्राम पंचायत प्रशासक श्रीमती संतोषी रावत ग्राम पंचायत प्रशासक ओलना श्रीमोहन,ग्राम पंचायत प्रशासक थापला राजेश कुमार, कल्जीखाल ब्लॉक के प्रधान संगठन के अध्यक्ष रमेशचंद्र शाह सहित कई पूर्व सैनिक, पूर्व प्रधान,समाजिक कार्यकर्ता आदि की मौजूदगी में ग्रामीणों ने कहा प्रमुख प्रशासक श्रीमती बीना राणा और सहायक अभियंता को अगवत करवाया की करोड़ों की लागत से बनी पंपिंग योजना का लाभ जानता को नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा की जनता का सबर का बांद टूट चुका है।
यदि एक सप्ताह के अंतर्गत क्षेत्र कीजनता को नियमित जलापूर्ति नहीं होगी तो जनता जन आंदोलन के लिए मजबूर होगी प्रमुख प्रशासक श्रीमती बीना राणा ने भी ग्रामीणों को भरोसा दिलाया की एक सप्ताह में उक्त पंपिंग योजना की स्वच्छ नियमित जलापूर्ति नहीं होती तो वह जनता के साथ जन आंदोलन में सबसे आगे रहेगी
बैठक की अध्यक्षता कर रहे पूर्व प्रमुख सुरेंद्र सिंह नेगी ने ज्ञापन सहायक अभियंता सौंपा ज्ञापन उन्होंने कहा की जब से योजना बनी नियमित जलापूर्ति नहीं हो रही उन्होंने कहा की न्यार नदी पर गाद आने से गंदा पानी बोरिंग में चला जाता है। जिससे पानी दूषित होता है। जो की जनता के स्वास्थ्य से साथ खिलवाड़ हो रहा है। उन्होंने पानी की जांच करने की मांग विभाग से और बोरिंग वाले स्थान पर गाद रोकने की स्थाई उपाय किया जाए। यदि पंप चलता भी है तो विभागीय वितरण प्रणाली सही नहीं है। उन्होंने ज्ञापन में कहा कि प्रत्येक गांव के प्रत्येक परिवार को जलापूर्ति करवाए जाए।
उन्होंने कहा यदि एक सप्ताह में सकारात्मक परिणाम नहीं मिला तो क्षेत्र की जनता को विभाग के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने मजबूर होना पड़ेगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी जल संस्थान और जिला प्रशासन की होगी। आक्रोश व्यक्त करने वाले ग्राम गढ़कोट, बुटली, नैथाणा,घंडियाल,ओलना,धारी, मैड़ा सुरमाडी,कलेथ, पुंडोरी, सैनार,दिउसी,साकनी बड़ी,डांगी सहित दो दर्जन ग्रामों से आई महिलाएं एवं पुरुष मौजूद थे। रिपोर्ट जगमोहन डांगी





