हिन्दी एवं गढवाली भाषा के प्रसिद्ध साहित्यकार स्व. सुदामा प्रसाद ‘प्रेमी’ जी का मकान कल रात को आयी लगातार बारिश से ध्वस्त हो गया
प्रसिद्ध हिन्दी एवं गढवाली के साहित्यकार का पौराणिक मकान हुआ ध्वस्त
हिन्दी एवं गढवाली भाषा के प्रसिद्ध साहित्यकार स्व. सुदामा प्रसाद ‘प्रेमी’ जी का मकान कल रात को आयी लगातार बारिश से ध्वस्त हो गया
12 जून को उनकी पुण्यतिथि पर पहाडों की आवाज (VOM) द्वारा उनको श्रद्धांजलि दी थी और शासन प्रशासन से उनके मकान को जिसका नाम उन्होंने ‘प्रेम निवास’ रखा था को एक संग्राहलय के रूप में परिवर्तित कर एवं उनकी स्मारक की मांग भी की थी बताते चले की उत्तराखण्ड के दो ही लोगो को आज तक साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला है और सुदामा प्रसाद प्रेमी जी उसमे से एक है और ऐसे मकान की हातल यह है हम पहले भी इसके लिए आवाज उठा चुके हे प्रशासन संज्ञान नही ले रहा आज उनके परिवार की हालत ऐसी नही की वह उस मकान को बना पाए हम बता चुके पहले भी इसलिए साहित्य के लिए अपनी जिंदगी बीता दी हो जिसने उसके लिए शासन प्रशासन कब जागेगा
आज वो मकान ध्वस्त हो चुका है
महारी शासन प्रशासन से यही विनती है कि अभी भी वहां पर उस स्थान को एक संग्राहलय का रुप दिया जाए जिसमें उनकी हिन्दी एवं गढवाली साहित्य की रचनाएं रखी जाएं जो कि भविष्य में भी लोगों के लिए एक प्रेरणा का काम करती जाएं और आने वाले बच्चे उनसे प्रेरणा लेकर आगे बढें
हमारा आप सभी लोगों शासन प्रशासन एवं सामाजिक संस्थाओं से निवेदन है कि इस काम में आगे आएं और अपनी इस धरोहर को बचाने का प्रयास करें और शासन प्रशासन तक बात पहुंचाऐ
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जगमोहन जिज्ञासु says:
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