पौडी

पौडी- गौ सेवा गाय को बचाने की मुहिम ओर उससे स्‍वरोजगार की मिशाल देवभूमि दर्शन धुप।

पौडी- उत्‍तराखण्‍ड मे एक तरफ जहां पर विकास शिक्षा एंव चिकित्‍सा के नाम पर पलायन हो रहा वही बंजर खेती जंगली जानवरो का आंतक हो रहा वही लोग खेती को छोड कर रोजगार के लिए पलायन कर रहे है।  जहां गौशालाओ मे मवेशियों की भरमार रहती थी वह आज जंगलो मे छोडे जा रहे है । पहाड मे मुख्‍यत दो ही तरह के रोजगार है एक खेती दुसरी पशुपालन और यह दोनो की आज दम तोड रहे है।  25 साल से सरकारो की  कोई नीति न होना लगातार पलायन हो रहा है।

जीवाई‌ के‌ धूप बत्ती देवभूमि ‌दर्शन धूप ‌नरस्या भाकण्ड‌ के‌ माध्यम से परिक्षण ‌

कैमोमाइल का फुल जो धुपबती मे डाला जाता है।

वही पौडी के रोकेश रावत जो दिल्‍ली मे अपने रोजगार के लिए आए  पर पहाड प्‍यार पहाड  के लिए अपनी  भागेदारी छोड  नही पाए  उन्‍होने एक गौशाला का बनाई उसमे जो गाय छोडी जा रही है उनके एक जगह लाकर उनको बचाने के साथ साथ उनकी सेवा करने की सोची।  साथ उनकके गोबर से केसे व्‍यवसाय कर पहाड की मातृशक्ति को रोजगार से जोडा जाए विगत सालो से  जिवई गाँव में आयोजित धूप बनाने की ट्रेनिंग, महिलाओं को सिखाने का एक प्रयास लगातार कर रहे है  ताकि पहाड़ी क्षेत्र की महिलाएं स्वरोजगार के लिए आगे आए साथ ही जो बद्री गाय आजकल जंगलों में छोड़ने का पाप देवभूमि के लोग कर रहे हैं उस पाप से बचा जाए क्युकी इस ट्रेनिंग में यही प्रशिक्षण दिया जा रहा है की कैसे बद्री गाय के गोधन से धूप बत्ती, दिए और अन्य सामग्री बनाई जाए ।

एक नेक पहल और  पुण्‍य के लिए पहाडहित मे आप भी अपनी भागेदारी दे ओर इस मुहिम से जुड कर पहाडहित मे कार्य  करे।

देवभूमि दर्शन कई प्रकार की धुप मातृ शक्ति द्वारा बनाई जा रही।

आप यदि स्‍वरोजगार को प्रोत्‍साहन करना चाहते है तो देवभूमि दर्शन धुप मंगा सकते है, राकेश रावत  मोबाईल नम्‍बर 98993 66508 ।

अन्‍य खबरो के लिए नीचे लिंक पर जाए। 

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