चमोली

चमोली- ईगास बग्वाल के इस पावन पर्व पर माधो सिंह भंडारी के अतुलनीय संघर्ष के रूप में याद किया

आज देवउठनी एकादशी पर्व और उत्तराखंड के कुमाऊं ओर गढ़वाल को एक सिक्के में संजोए रखने के इगास बग्वाल के इस पावन पर्व पर जिसको की बीरू बढ़ो को देश पावन गढ़ों को देश श्रीमान माधो सिंह भंडारी के अतुलनीय संघर्ष के रूप में याद किया जाता है इस अविस्मरणीय क्षण पर चंपावत गढ़ से आए गोल्जू महाराज के पाश्व और उनके सहयोगी अपनी गर्भ गृह की डौली के साथ बधान पट्टी मै विराजमान हुए इस अलौकिक कार्यक्रम में सूत्रधार और मां जगदम्बे के धर्म के भाई तथा उत्तराखंड आंदोलन के केंदीय अध्यक्ष जिनको की लाटू देवता की अगुवानी का द्योतक माना जाता है श्रीमान भूपेंद्र सिंह जनधारी रावत जी ने भव्य स्वागत और अभिनंदन किया इस कार्यक्रम को सफल बनाने मैं महिला मंगल दल अध्यक्षा श्रीमती गौरी देवी सती तथा महिला मंगल दल अध्यक्षा तुंगेश्वर एवं उनके सहयोगी बिमला देवी रीना देवी महेशी देवी लीला देवी कमला देवी रजनी देवी अनीता देवी श्रीमती रेशमा देवी लीला देवी बसंती देवी आदि और अन्य साथियों ने भी अपना योगदान दिया साथ ही इस कार्यक्रम को सफल बनाने में चैत्रीय गायक श्रीमान श्री गोपाल सिंह रावत उर्फ गबरू तथा गबर सिंह गुसाई प्रताप सिंह रावत गबर सिंह रावत मां जगदम्बे के धर्म के भाई कृति सिंह रावत एवं मां जगदम्बे के पाश्र्व श्रीमान हीराबलभ देवरादी ओर ढोल वादक श्री लक्ष्मण राम श्री हिमांशु राम दर्शन सिंह शाह आदि ने अपना अमूल्य सहयोग दिया तथा इस भव्य स्वागत और अभिनंदन हेतु सामाजिक कार्यकर्ता दिलो दिमाग से हर सामाजिक कार्य में अपना सहयोग देने वाले श्री जगदीश पुरोहित का भी सहयोग रहा है और लगातार रहता रहेगा साथ ही इस दिव्य अलौकिक कार्यक्रम मैं विशेष रूप से श्रीमान नवीन जोशी बद्रीनारायण संस्कृत विद्यालय के संस्थापक तथा मां जगदंबे के मुख्य पुजारी श्रीमान अनुसूया प्रसाद गौड एवं श्रीमान बची राम गौड गोल्जू महाराज के मां भगवती नंदा राजराजेश्वरी सिद्धपीठ देवराडा के इस अतुलनीय भेंट में साक्षी बनकर अपने वेदोचार और मंत्रोच्चार के साथ विशेष पूजा कर इस कार्यक्रम को सफल बनाने में इन्होंनेअपना अमूल्य सहयोग प्रदान किया।

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