दिल्‍ली एन सी आर

स्वर्गीय ज्ञान देव घनश्याली की स्मृति में “स्मरांजलि” पुस्तक का प्रकाशन

हिलांस सांस्कृतिक कला मंच के संस्थापक एवं समाज सेवा के क्षेत्र में अपना संपूर्ण जीवन समर्पित करने वाले प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता स्वर्गीय ज्ञान देव घनश्याली जी के जीवन संस्मरणों पर आधारित एक विशेष पुस्तक “स्मरांजलि” शीघ्र ही पाठकों के बीच आने वाली है।
इस पुस्तक का संपादन वरिष्ठ साहित्यकार एवं घनश्याली जी के आत्मीय मित्र बिजेंद्र सिंह रावत “दगड़या” कर रहे हैं। संपादक ने इसमें न केवल उनके जीवन के महत्वपूर्ण प्रसंगों को संजोया है, बल्कि उनके व्यक्तित्व की मानवीय संवेदनाओं और संघर्षशील यात्रा को भी सजीव बनाने का प्रयास किया है।
“स्मरांजलि” में घनश्याली जी की लगभग तीन दशक की सामाजिक सक्रियता, लोक-संस्कृति के संरक्षण हेतु उनके निरंतर प्रयास, समाज के वंचित वर्गों के लिए उनकी प्रतिबद्धता और संगठनात्मक उपलब्धियों का विस्तृत विवरण दर्ज किया गया है। साथ ही, इसमें उनके साथ काम करने वाले मित्रों, सहयोगियों और शुभचिंतकों द्वारा लिखे गए संस्मरण भी शामिल हैं, जो पाठकों को उनके व्यक्तित्व की सरलता, उदारता और संघर्षशीलता से रूबरू कराएंगे।
यह पुस्तक केवल एक जीवन परिचय नहीं है, बल्कि यह उन मूल्यों और आदर्शों का दस्तावेज है, जिन पर चलकर स्व. घनश्याली जी ने अपना सम्पूर्ण जीवन समाज की भलाई और सांस्कृतिक चेतना के उत्थान के लिए समर्पित किया।
वर्तमान में यह पुस्तक प्रैस में है और इसका लोकार्पण जनवरी 2026 में प्रस्तावित है। उस अवसर पर न केवल साहित्यकार और सामाजिक कार्यकर्ता, बल्कि वे सभी लोग उपस्थित रहेंगे, जिनके जीवन को स्व. घनश्याली जी ने सीधे या परोक्ष रूप से प्रभावित किया।
यह कृति आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी और स्मरण कराएगी कि एक व्यक्ति अपने विचार, कर्म और संघर्ष के बल पर समाज में कितना स्थायी असर छोड़ सकता है।
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