केन्द्रीय संचार ब्यूरो, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार के क्षेत्रीय कार्यालय पौड़ी द्वारा स्वच्छओत्सव ,एक पेड़ मां के नाम एवं पोषण माह का आयोजन

रिपोर्ट विक्रम पटवाल कल्जीखाल
कल्जीखाल सूचना प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार के क्षेत्रीय कार्यालय पौड़ी द्वारा शहीद धर्म सिंह रा ई का कल्जीखाल में बच्चों और लोगों को जागरूक करने के लिए स्वच्छता अभियान, एक पेड़ मां के नाम एवं पोषण माह की जानकारी देने के लिए शिविर का आयोजन किया गया।
ब्लाक प्रमुख कल्जीखाल श्रीमती गीता देवी नें कार्यक्रम का शुभारंभ किया और एक पेड़ मां के नाम से विद्यालय परिसर में एक पेड़ लगाया। स्कूली बच्चों द्वारा रास्तों की सफाई की गई। बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। मन्सार लोक कथा सांस्कृतिक समिति द्वारा बच्चों एवं लोगों को जागरूक किया गया।
इसके तहत बच्चों की चित्रकला प्रतियोगिता भी रखी गई जिसमें अमन बिष्ट प्रथम, हिमांशु कुमार द्वितीय एवं दृष्टि पटवाल तृतीय स्थान पर रही वहीं जूनियर वर्ग में आदित्य प्रथम सूरज द्वितीय एवं खुशी तृतीय स्थान पर रही।
आंगनबाड़ी केंद्र के छोटे बच्चों की बेबी शो प्रतियोगिता भी हुई। इसमें पूल्यासू से अर्थव प्रथम,गुठीन्डा से शिवांश द्वितीय, गिदरासू से निहारिका तृतीय,डूंगरा से आंखी चतुर्थ एवं डांग से आंशी पंचम स्थान में रहे।
प्रतियोगिता में बच्चों को पुरस्कृत किया गया।
आयोजक श्री लीलाधर पांडे जी द्वारा स्वच्छता,एक पेड़ मां के नाम एवं पोषण माह के बारे में जानकारी दी गई।
राजकीय आदर्श उच्च प्राथमिक विद्यालय कल्जीखाल, प्राथमिक विद्यालय कल्जीखाल, सरस्वती विद्या मंदिर कल्जीखाल एवं शहीद धर्म सिंह रा ई का कल्जीखाल के बच्चों नें कार्यक्रम में भाग लिया और अपनी अपनी प्रस्तुति दी।
प्रमुख कल्जीखाल श्रीमती गीता देवी एवं खण्ड शिक्षा अधिकारी कल्जीखाल प्रतिनिधि श्री कमल धस्माना द्वारा अपने संबोधन में सभी को प्रेरणा दी गई।
कार्यक्रम शहीद धर्म सिंह रा ई का कल्जीखाल के प्रांगण में आयोजित किया गया। जिसमें प्रमुख कल्जीखाल श्रीमती गीता देवी, खण्ड शिक्षा अधिकारी प्रतिनिधि श्री कमल धस्माना, गुठीन्डा प्रधान श्री कमल किशोर, संयोजक श्री लीलाधर पांडे,किशन सिंह नेगी, महावीर सिंह चौहान, प्रवीण चन्द्र,ऊषा रावत, जगदम्बा देवी, ऋषि बल्लभ कुकरेती, अरविन्द, लक्ष्मी कांत, रोशनी, सुनीता तोपाल, माया राणा, आदि आंगनबाड़ी कार्यकत्री मौजूद रहीं ।
मंच संचालन श्री ऋषि बल्लभ कुकरेती द्वारा किया गया।