रिखणीखाल के बल्ली गाँव के ग्रामीण अभी तक भी सड़क की बाट जोह रहे हैं।

रिपोर्ट प्रभुपाल सिंह रावत
आजादी के 78 साल बाद भी लैंसडौन विधान सभा के रिखणीखाल के गाँव बल्ली के ग्रामीण अभी भी सड़क मार्ग से अछूता व वंचित हैं। रिखणीखाल ब्लाक मुख्यालय से सटा ,बल्ली गाँव के लोग कई साल से सड़क मार्ग की गुहार लगाये बैठे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि दलमोटा गाँव से बल्ली गाँव तक 02 किलोमीटर का संरेखण (सर्वे) का कार्य 21 जून,2024 को हो चुका है।इस संरेखण से किसी को कोई आपत्ति नहीं है।इस सर्वेक्षण मार्ग पर कहीं भी पेड़ नहीं है,सिर्फ कंटीली व अन्य झाड़ियां हैं। या फिर ग्रामीणों के बंजर खेत हैं। लोगों का कहना है कि यदि सड़क समय पर पहुंचती तो कृषि व अन्य स्वरोजगार की ओर कदम बढायेंगे। वैसे तो लोक निर्माण विभाग लैंसडौन से पत्राचार तो चल रहा है,लेकिन कछुए की चाल से चल रहा है।उनमें दृढ इच्छाशक्ति की कमी नजर आ रही है।जैसे कि सड़क का संरेखण कार्य जून 2024 में हो चुका है,लेकिन अभी तक सड़क का प्रथम चरण का कार्य आरम्भ नहीं हो पाया है।ग्रामीण ऐसे में पलायन कर नीचे शहरों का रुख करने जा रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि प्रान्तीय खंड लोक निर्माण विभाग लैंसडौन शीघ्र दलमोटा से बल्ली गाँव तक इस 02 किलोमीटर सड़क का प्रथम चरण का निर्माण कार्य करायें, गाँव के लोग इस खड़ी चढाई से दुखी व परेशान हो रहे हैं।