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देहरादून-बीरोंखाल जिला निर्माण एवं जन विकास समिति देहरादून की मांग पर वार्षिक बैठक आयोजित

रिपोर्ट  हरीमोहन सिंह रावत

बीरोंखाल जिला निर्माण एवं जन विकास समिति की वार्षिक बैठक राजधानी वेडिंग पॉइंट, शास्त्री नगर लेन नंबर 3 में संपन्न हुई। बैठक में समिति के प्रमुख सदस्यों ने बीरोंखाल को जिला बनाने की मांग और क्षेत्र के विकास के लिए ठोस कदम उठाने पर चर्चा की।
बैठक के मुख्य वक्ता इस अवसर पर राजेश कंडारी, रघुवीर सिंह बिष्ट, पान सिंह बिष्ट,डॉ अरूण ढौंढियाल सतीश घिल्डियाल, मोहन सिंह कंडारी, महिपाल सिंह कंडारी, भूपेंद्र सिंह रावत, यशपाल तोमर, प्रेम सिंह रावत, मनवर सिंह नेगी, कर्नल एसपीएस नेगी, हरिमोहन सिंह रावत, सुरेंद्र नौटियाल आदि ने अपने विचार रखे।
मुख्य प्रस्ताव और चर्चाएं
1. जिला निर्माण की मांग:
जनपद पौड़ी को तीन भागों में विभाजित कर बीरोंखाल को जिला मुख्यालय बनाने का प्रस्ताव।
पांच ब्लॉकों के प्रस्ताव शासन को भेजे गए हैं।जिसमें मुख्यालय बीरोंखाल में बनाने के प्रस्ताव पारित है
2. विकास और सुविधाओं की कमी:
क्षेत्र में कानून व्यवस्था और बुनियादी सुविधाओं की कमी।
राजकीय महाविद्यालय बेदीखाल में भौतिक विज्ञान और गणित के शिक्षकों के पद सृजन के लिए मांग स्वीकृत न होने के कारण RTI लगाई गई है
स्यूंसी बंगार झील निर्माण त्वरित गति से करने और छांछिरौ व गुजडू गढी को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने की आवश्यकता।
3. पलायन और कृषि:
आज उत्तराखंड राज्य को बने 24 वर्ष हो चुके हैं लेकिन पहाड़ों की100 हेक्टेयर भूमि बंजर हो चुकी है।बाहरी व्यक्ति वहां बस रहे हैं।
इसलिए वहां मनरेगा के माध्यम से खेती और बागवानी को बढ़ावा देने पर बल दिया जाना चाहिए।
4. प्रेरणा और गौरवशाली इतिहास :
क्षेत्र के ऐतिहासिक महत्व और प्रसिद्ध व्यक्तियों जसवंत सिंह, मेहरबान सिंह कंडारी, तीलू रौतेली, जयानंद भारतीय,भक्त दर्शन के क्षेत्र को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
नई पीढ़ी और मातृ शक्ति से इस अभियान में जुड़ने की अपील की गई।
समिति के योगदान और सम्मान
बैठक में समिति को दान देने वाले सदस्यों का माल्यार्पण किया गया। प्रमुख दानदाताओं में पान सिंह बिष्ट,मोहन सिंह कंडारी, डॉ अरुण प्रकाश ढौंढियाल, कर्नल सूरजपाल सिंह नेगी, महेंद्र प्रसाद जुयाल, हरिमोहन सिंह रावत ,मोहन बहुखंडी, महिपाल सिंह कंडारी ,प्रेम सिंह रावत आदि शामिल थे।
आगे की योजनाएं
बैठक में निर्णय लिया गया कि यदि आवश्यक हुआ, तो धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। साथ ही, गांवों की ओर लौटने और एकजुटता बनाए रखने का आह्वान किया गया।मंच संचालन भूपेंद्र सिंह रावत
और मोहन सिंह कंडारी ने किया
इस अवसर पर बेलम सिंह रावत, विक्रम सिंह बिष्ट, सोहन सिंह बिष्ट, आलम सिंह रावत, बलवंत सिंह रावत, सुनीता बिष्ट, शिवानी बौड़ाई, अचला रावत,सरोजिनी देवी, भूपेंद्र बिष्ट, राजेंद्र रावत,विक्रम बिष्ट,भोपाल सिंह रावत, अर्जुन पटवाल आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
इसके पश्चात समिति का वार्षिक चुनाव किया गया यह चुनाव तीन वर्ष के लिए मान्य होगा ।जिसमें सर्वसम्मति से श्री पान सिंह बिष्ट- संयोजक ,डॉक्टर अरुण प्रकाश ढौंडियाल -अध्यक्ष, मोहन सिंह कंडारी- महासचिव, महिपाल सिंह कंडारी- उपाध्यक्ष ,मोहन बहुखंडी- उपाध्यक्ष, भूपेंद्र सिंह रावत -सचिव, विक्रम सिंह बिष्ट-कोषाध्यक्ष ,आलम सिंह रावत-प्रचार सचिव तथा सदस्यों में सुनीता बिष्ट, शिवानी बौड़ाई ,सावित्री बिष्ट ,भूपेंद्र सिंह बिष्ट,प्रेम सिंह रावत, सतीश बौड़ाई ,राजेंद्र सिंह रावत, कैलाश मधवाल, सुरेंद्र नौटियाल आदि,विशेष आमंत्रित सदस्यों में दिनेश रावत ,चंद्रपाल सिंह बिष्ट,महेंद्र प्रसाद जुयाल और यशपाल तोमर ।

नयी कार्यकारिणी के सभी पदाधिकारियों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं  और आपके सानिध्य में वह दिन भी जरूरी आयेगा जब हमें हमारी मंजिल मिलेगी।

पहाडो की आवाज की तरफ से सभी को हार्दिक शुभकानाऐ आशा है पहाड हित मे कार्य करेगे एंव चकबंदी को मुहिम को भी चलाऐगे दादा परदादाओ की जमीनो को गोलखातो से निकाल कर अपने नाम पर करने के लिए मुहिम चलाये ओर तहसीलो मे लिख कर दे।  ताकि आने वाले बच्‍चो के पास हमारी जमीने रह पाए उन्‍हे पता रहे।

लेटर इस तरह से बनाऐ या इसकी काफी लेकर लिख कर भेजे

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