Breaking कोटद्वार के सिम्बलचौड़ सुखरो पुल में खनन माफियों की करतुत,दो पिलरों का संतुलन बिगड़ा।
रिपोर्ट नितेन्द्र कैंथोला कोटद्वार पौडी
कोटद्वार के सिम्बलचौड़ सुखरो पुल में खनन के कारण दो पिलरों का संतुलन बिगड़ा। अचानक बीच पुल में आई हल्की दरार। कोटद्वार में कई बड़े नेता है शामिल इसी कारण प्रशासन भी पता नही लगा पाया न समझ पाया । काफी समय से यहां खन्न का कार्य चल रहा था यह सरकारी सतर पर था या केसे यह मामला सरकार का है पर सालो से चल रहे खन्न की वजह से आस पास की जगह कमजोर हो गई और भारी वर्षा के कारण यह उजागर हो पाया आप देख सकते है फोटो मे कितना अंतर आ गया है यह खतरा भी हो सकता है सरकार संज्ञान ले कार्यवाही करे।

अपना फायदा हमारा नुकसान
रिवर चैनेलाइज के नाम पर हुए अवैध खनन की भेंट चढ़ा सुखरौ नदी का पुल,


इतना खन्न की नीव तक नही छोडी
आप को बता दे कि वर्ष 2017-18 से लगातार इस नदी में रिवर चैनेलाइज के नाम पर अवैध खनन किया जा रहा है। जो कि मानकों के विपरीत किया गया। रिवर चैनेलाइज के दौरान सिंचाई विभाग की टीम ने वर्ष 2020 मैं अपनी रिपोर्ट में बताया कि सुखरौ नदी में हो रहे रिवर चैनेलाइज के नाम पर खनन के कारण पुल को खतरा हो सकता है लेकिन कोटद्वार में तैनात तत्कालीन उप जिलाधिकारी और जिले के तत्कालीन जिलाधिकारी सिर्फ और सिर्फ खनन माफियाओं के रिश्तेदार बने रहे, और उन्हें भारी मात्रा में इस नदी में खनन करने की अनुमति देते रहे। उसी का नतीजा है कि आज इस नदी में बने पुल का पिलर हवा में लटक रहा है और पुल 3 से 4 इंच धस गया है।

खन्न के मारण कमजोर नीव करते माफिया
अब देखने वाली बात यह होगी कि विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूड़ी भूषण की विधानसभा में हुई इस घटना के बाद क्या पूर्व में रिवर चैनेलाइज के नाम पर हुए अवैध खनन मैं संलिप्त अधिकारियों और अनुज्ञापियो के खिलाफ कोई कार्यवाही होती है या नहीं या आने वाला समय ही बताएगा।