स्वच्छ भारत अभियान की पोल खोलती हकीकत,, गरीबो के साथ धोखा क्यो–?
सत्यपाल नेगी/रुद्रप्रयाग
रुद्रप्रयाग – आखिर स्वच्छ भारत मिशन (शौचालय युक्त घर) की जो मुहिम मा प्रधानमंत्री जी जोर सोर से उठाते रहे,,उसी की जमीनी हकीकत हम आपको दिखा रहे है,,
जनपद रुद्रप्रयाग मुख्यालय से मात्र 20 किलो मी की दूरी पर ग्राम पंचायत क्यूडी खंडपतिया मे एक ऐसा परिवार भी सामने आया ,,, आशा देवी पत्नी स्व जीत्पाल सिह,, इनके घर की स्थिति आपको फोटो से ही समझ आ जायेगी,,, 1 जवान बेटी आखो से अंधी व 2 बेटे कोई काम नही,,, मकान तो दूर,,,इन्हें स्वच्छ भारत मिशन से मिलने वाले शौचालय भी नसीब नही हुआ-,, जबकि इनका आरोप है कि हम गाँव से दूर जंगल मे अकेले रहते है मेरे साथ मेरी 25 साल की अंधी बेटी है,, कभी तबियत खराब हो गयी तो रात को बाहर खुले मे शौच के लिए जाना पड़ता है,,जबकि सरकार के आदेश व आंकड़े साफ है कि हर घर को शौचालय दिया गया है,,12000/- ,,,,, लेकिन यह परिवार आज भी शौचालय से बंचित है,,,
जब हमने ग्राम प्रधान से इस बारे मे जानना चाहा तो उनका यहद जबाव था कि हमे बने अभी कुछ ही समय हुआ है, ऊपर से लॉक डाउन चल रहा है,,इनका नाम लिस्ट मे नही आया,,अब यह बड़ा गभीर सवाल है कि यह लिस्ट कोन तय करता है ग्रामीण क्षेत्र मे–?
आखिर सम्पन्न व अमीर परिवारो को जिनकी पहले से शौचालय बनी थी उन्हें ही दुबारा 12000/- खातो मे डाल दिये,,,ओर वही जरूरत मन्दो को दरकिनार किया गया,,, यही हाल कही अन्य परिवारो के भी सामने आये।
अब सरकार व प्रशासन पर भी गम्भीर सवाल खड़े होते है कि जमीन पर मोनोत्रीग क्यो नही होती–?
इसी क्यूडी गाँव मे 3 अन्य गरीबो के साथ भी यही हुआ है,ये सभी जिला प्रशासन से उम्मीद लगाये बैठे है कि कभी हमारी भी सुध लेगा कोई,,,—
छोदाड़ी देवी,,,अनीता देवी भी जंगल मे ही अकेले निवास करती है इनकी परिवारिक स्थिति भी बुरी है।
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