उत्तराखंड टंगरोली गांव की लहराती खेती देखे।यदि हो चकबंदी एंव खेती पर नीतियां बने फिर क्यों न हो पहाड आबाद। Tags: Post navigation Previous Previous post: कल्जीखाल- नलई गांव मे टावर न होने से डिजिटल इंडिया का नारा फेल, डांगी जी ने की प्रतिनिधियो से बात।Next Next post: लोकेश गैरोला और सुनीति गैरोला के नेतृत्व में उत्तराखंड उत्थान प्रयोगशाला पहुंची बाल पंचायतों के बीच जगमोहन जिज्ञासु Related Posts शहीद देव सिंह नेगी परिवार सहातायार्थ कार्यक्रम मे उमडे जनसरोकारो से जुडे लोग जनप्रतिनिधी नदारद लाक डाउन मे डांगी गांव के ग्रामीण कर रहे जल सरंक्षण पर कार्य आखिरी कब तक सहन करे——-? Leave a Reply Cancel reply Your email address will not be published. Required fields are marked *Comment Name * Email * Website