“गौरीकुंड का गर्म कुण्ड आज भी यात्रीयो के सुरक्षित नहाने की राह देख रहा है ” केदारखण्ड
“गौरीकुंड का गर्म कुण्ड आज भी यात्रीयो के सुरक्षित नहाने की राह देख रहा है “
अजीत फर्स्वण/ फाटा गौरीकुंड
केदार बाबा के कपाट खुलने मै महज 54 दिनो का समय रह गया है !
लेकिन गौरीकुण्ड का गर्म कुण्ड आज भी मवेशियो के नहाने जैसा तालाब है .
इसका जिम्मेदार किसे माने ये सवाल तीर्थ यात्रियों के जहन में जरूर आता होगा ,,,हिंदुओं की आस्था का केंद्र “श्री केदार धाम “की यात्रा गौरीकुंड से ही प्रारंभ होती है पूर्व में तीर्थयात्री गौरीकुंड से गर्म कुण्ड मै स्नान करने के बाद यात्रा प्रारंभ करते थे ।
लेकिन मौजूदा हालत यह है कि यहां पर स्थिति देखकर #शर्म भी खुद ब खुद शर्मा जायेगी।
अब तक 6 साल का समय बीत गया प्रदेश में 3 मुख्यमंत्री जनपद ने 4 जिलाधिकारी 2 जिला पंचायत अध्यक्ष विधानसभा में दो बिधायक , आ गये पर गर्म कुंड नहीं बना।
“दोष किसे दे समझ से परे है ।
गर्म कुंड के आसपास के #भूमि_धारक अपने हकों की लड़ाई के लिए हमेशा दफ्तरों के चक्कर काटे जा रहे हैं लेकिन किसी की कान में जूं तक नहीं रेंग रही।
#हेसत्ताकेसिंहासनपर बैठे हुये सत्ताधारीयो .ऊंची #कुर्सीऔरसफेदतौलिया में बैठे हुये हुक्मरानों . #बाबाकेदारसेडरो
#लाखोंलोगोंकीआस्थासे_डरो
कुछ नहीं कर सकते दो बड़े से टेंट लगा दीजिए कुंड के अगल-बगल जिससे देश विदेश से आने वाली माता बहनों को खुले में स्नान न करना पड़े…