नैनीडांडा से स्वतंत्रता सेनानीयों को 75वें अमृतमहोत्सव मे याद किया जाए।
आजादी का 75वां अमृतमहोत्सव मे नैनीडांडा के स्वतंत्रता सेनानीयों को याद करना।
पुरे देश मे हर कोई आह्वान कर रहा है की आजादी के महोत्सव मे झडे लगाए, मनाऐ ,पर हम कब ऐसा नही कर रहे थे हमेशा ही हम मनाते हाए है अधिकतर करते आए है । पर बात हमारे उत्तराखण्ड की आती है उस पर कोई अपनी राय नही रखता न ही उस पर बात करता है। हमारा इतिहास को लोगो ने आगे बढाने की कोशिश नही की है ऐसा क्यों आज आजादी पर पहाड मे भी कार्यक्रम होने जा रही और सालो से होते आए है क्या हमने अपने क्षेत्र के स्वतंत्रता सेनानीयों की याद किया उनके बारे मे जानकारी दी ,या उनके बारे मे जाना उनको इतिहास मे जिंदा रखा । कितनो को जानते है नैनीडांडा एक ऐसा क्षेत्र जो स्वतंत्रता सेनानीयों का गढ रहा है नाम इतने की लोग अपनी अंगुलियों मे नही गिन सकते पर जो सालो जेल मे रहे ताम्र पत्र उन्हे ही मिले है । पहाड का इतिहास को बनाये रखने के लिए शिक्षाविद्व बुद्विजीवीयों को आगे आना चाहिए और उनके बारे मे बताना चाहिए हमारे नैनीडांडा मे अलग अलग क्षेत्र मे स्वतंत्रता सेनानी रहे है उनके बारे मे गांव के लोगो को पता नही है यह विडंबना है पता है तो उनके आंदोलन की भूमिका नही पता होगा । राजनेताओ ने तो कभी याद नही किया , याद किया होगा तो स्वतंत्रता सेनानीयो के जो परिवार सक्षम है उनकी याद मे कार्यक्रम करवा रहा है उनका ही याद होगा पर बहुत से स्वतंत्रता सेना गुमनामी मे खो गए है हम जल्द ही उनकी पुरी डिटेल के साथ आपके सामने रखेगे पर इस बार स्कूलो मे जो कार्यक्रम किए जा रहे अपने आस पास के स्वतंत्रता सेनानी को जरुर याद करे ।
1 गीता राम पोखरियाल ग्राम बराथ
2 शीश राम पोखरियाल ग्राम बराथ
3 पान सिंह रावत ग्राम बाखली
4 नारायण सिंह रावत ग्राम परसोली
5 विष्णु सिंह रावत ग्राम परसोली
6 थान सिंह रावत ग्राम डुगंरी
हमारा मकसद पहाड की हस्तियों को इतिहास मे जिंदा रखना है